मामूली सी दिखने वाली खुजली भी छोटे-बड़े सभी तरह के पशुओं पर बड़ा असर डालती है.
खुजली के चलते ही पशु मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान रहते हैं.
इतना ही खुजली के चलते रोजाना के दूध उत्पादन पर भी इसका असर पड़ता है.
यही वजह है पशुओं के डॉक्टर खुजली जैसी बीमारी को मामूली ना समझने की सलाह देते हैं.
खुजली के चलते ही कई बार पशु में गंभीर रोग भी हो जाते हैं. खुजली वाली जगह पर घाव तक बन जाता है.
खुजली दूर करने के चक्कर में पशु कई बार अपने आप को चोटिल तक कर लेता है. बरसात के मौसम में पशु को खुजली बहुत परेशान करती है.
पशुओं को खुजली से बचाने के लिए किसान कुछ सावधानियां बरत सकते हैं.
सबसे पहले पशु गीली मिट्टी या घास में न छोड़ें.
पशु को मानसून के दौरान नीम के पानी से नहलाया जाना चाहिए.
पशुशाला की साफ सफाई में फिनाइल का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. पशु को बारिश में भीगने नहीं देना चाहिए.
पशुओं को कीड़े आदि से बचाकर रखना चाहिए.