देश में केले का उत्पादन भारी मात्रा में किया जाता है. इसके फल के साथ-साथ इसका तना भी काफी महत्व रखता है.
हालांकि, जागरूकता नहीं होने के चलते किसान केले के तने को खेतों में ही छोड़ देते हैं.
बता दें कि किसान केले के तने से भी बंपर मुनाफा कमा सकते हैं.
अगर केले के तने की प्रोसेसिंग की जाए तो उतना ही लाभ होगा, जितना कि केले से.
वैल्यू एडिशन के लिए केले के तने को पहले दो अलग-अलग हिस्सों में किया जाता है.
तने के छिलके को अलग करके इससे रेशा निकाला जाता है, उसी दौरान सॉलिड वेस्ट भी निकलता है.
रेशों को धोकर सुखाया जाता है. वहीं तने से निकले सॉलिड वेस्ट को मशीन के माध्यम से दबाया जाता है, जिससे पानी निकलता है और आखिर में सेंट्रल कोर निकाला जाता है.
तने से प्राकृतिक फाइबर निकलता है, जिसके अलग फायदे हैं. इससे धागा, फैब्रिक्स, थर्मोकोल और उच्च किस्म का पेपर बनाया जाता है.
तने के सेंट्रल कोर से सब्जी, सलाद, अचार, जैम और जैली जैसी कई चीजें बनाई जाती हैं.
अगर केले की खेती कर रहे किसान तने की प्रोसेसिंग सही तरीके से करें वे लखपति भी बन सकते हैं.