छत्तीसगढ़ की उषा देवी की कहानी का जिक्र दिल्ली से लेकर बस्तर के बीहड़ों तक हो रहा है.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उषा का जिक्र किया था.
उषा कोर्राम बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं. इनके परिवार में कुल 9 सदस्य हैं. आर्थिक तंगी के चलते उषा मजदूरी कर रही थीं.
लखपति दीदी योजना की मदद से उनकी आर्थिक स्थिति सही हुई. अब वह लखपति दीदी के तौर पर पहचानी जाने लगी हैं.
फिलहाल लखपति दीदी योजना का सहारा लेकर वह सब्जियों की खेती कर रही हैं.
रोजाना हजारों रुपये से अधिक की सब्जियां बाजार में बेच रही हैं.
आज वह सालाना लाखों का मुनाफा कमा रही हैं और अपने क्षेत्र की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं.