लंगड़ा बुखार गाय-भैंसों में बैक्टीरिया के संपर्क में आने से होता है.
इस रोग में पशु के पिछली और अगली टांगों के ऊपरी भाग में भारी सूजन आ जाती है.
इससे पशु लंगड़ा कर चलने लगता है या फिर बैठ जाता है.
दुधारू पशु को तेज़ बुखार हो जाता है तथा सूजन वाले स्थान को दबाने पर कड़-कड़ की आवाज़ आती है.
इस रोग से ग्रसित होने पर पशु को तुरन्त नजदीकी पशु चिकित्सालय में संपर्क करना चाहिए.
उपचार में देरी से आपके गाय-भैंस की जान जा सकती है.
इस बीमारी से बचाव के लिए पशु चिकित्सक संस्थाओं में रोग निरोधक टीके निशुल्क लगाए जाते हैं.
इस बीमारी से पशुओं के बचने की दर काफी कम है. फिर भी समय रहते आप अपने गाय-भैंसों को बचा सकते हैं.
रोगग्रस्त पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग कर देना चाहिए.
सूजन को चीरा मारकर खोल देना चाहिये जिससे जीवाणु हवा के संपर्क में आने के बाद उतना प्रभावी नहीं होते हैं.