भारत में नारियल के फल का काफी महत्व है. इसके उत्पादन में भारत पहले स्थान पर है.
धार्मिक अनुष्ठानों से लेकर खाने-पीने तक में इसका उपयोग होता है.
नारियल की खेती में मेहनत भी कम लगती है. इसमें ज्यादा खर्चा भी नहीं होता और कम लागत से आप सालों तक लाखों की कमाई कर सकते है.
नारियल के पेड़ का प्रत्येक हिस्सा किसी न किसी रूप में उपयोग किया जाता है. इसका पानी बहुत की पौष्टिक होता है. वहीं इसका गूदा खाने के काम आता है.
नारियल की खेती के लिए बलुई मिट्टी की जरूरत होती है. काली और पथरीली जमीन पर इसकी खेती नहीं की जा सकती.
जिस भी जगह इसकी खेती हो रही हो वहां जलनिकासी की व्यवस्था बढ़िया होनी चाहिए.
इसके पेड़ों के विकास और फलों के पकने के लिए गर्म मौसम सबसे उपयुक्त माना जाता है.
वहीं बरसात के मौसम में इसकी खेती करना सबसे सही माना जाता है.
नारियल का पौधा 4 साल में फल देने लगता है. जब इसके फल का रंग हारा हो जाता है तो इसे तोड़ लिया जाता है.
इसके फल को पकने में 15 महीने से ज्यादा समय लगता है. फल पेड़ से तोड़ने के बाद पकाया जाता है. बता दें बाजार में एक नारियल 60 रुपये के आसपास बिकता है.
बता दें कि एक बार नारियल लगा देने के बाद 80 वर्ष तक ये पेड़ फल देता है. इसका मतलब ये हुआ कि 80 साल तक आपको लगातार मुनाफा मिलता रहेगा.