अन्य जानवरों को जितनी तवज्जो दी जाती है, गधों को उतनी नहीं मिलती है.
भारत में गधे का इस्तेमाल सिर्फ सामान ढोने के लिए किया जाता है.
हालांकि, गधे की मादा प्रजाति का दूध काफी फायदेमंद होता है और काफी महंगा बिकता है.
गधी के दूध में प्रोटीन और वसा की मात्रा कम होती है लेकिन लैक्टॉज अधिक होता है.
इसका उपयोग कॉस्मेटिक्स और फ़ार्मास्युटिकल उद्योग में भी होता है.
डिमांड और सप्लाई में भारी अंतर के चलते विदेशों में गधी का दूध कई हजार रुपये लीटर तक बिकता है.
भारत में भी इसका दूध प्रति लीटर 1500 से 2000 रुपये तक में बिक रहा है.
ऐसे में सही गाइडेंस की मदद से भारत के किसान भी गधा पालन से अपनी किस्मत संवार सकते हैं.