भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहां एक बड़ी आबादी खेती-किसानी कर के अपना पेट पालती है.
ऐसी ही एक खेती बांस की है, जिसमें मेहनत बहुत कम है और कमाई बहुत ज्यादा है.
बांस की फसल करीब 40 साल तक बांस देती रहती है.
सरकार की तरफ से इस फसल के लिए सब्सिडी भी दी जाती है.
बांस उन कुछ उत्पादों में से एक है जिनकी निरंतर मांग बनी रहती है.
कागज निर्माताओं के अलावा बांस का उपयोग कार्बनिक कपड़े बनाने के लिए किया जाता है जो कपास की तुलना में अधिक टिकाऊ होते हैं.
बांस को बीज, कटिंग या राइज़ोम से लगाया जा सकता है.
प्रति हेक्टेयर इसके करीब 1,500 पौधे लगते जा सकते हैं. इसकी फसल करीब 3 साल में तैयार हो जाती है.
एक हेक्टेयर से आपको करीब 3-3.5 लाख रुपये की कमाई आसानी से हो जाएगी.