मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा में लगातार गिरावट हो रही है.
सामान्य रूप से जिस मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा अधिक होती है, उसमें पैदावार अच्छी होती है और उपज की गुणवत्ता भी अच्छी रहती है.
आमतौर पर खेती में रासायनिक खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल करने पर मिट्टी में जैविक कार्बन की मात्रा घट जाती है और इससे पैदावार भी प्रभावित होती है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, एक खेत में प्राकृतिक तरीके से जैविक कार्बन की मात्रा को एक प्रतिशत बढ़ाने में 100 साल से भी अधिक का समय लगता है.
जिस खेत की मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा 0.5 फ़ीसदी से कम हो जाती है, वह मिट्टी धीरे-धीरे बंजर हो जाती है.
बंजर जमीनों को उपजाऊ बनाने तथा मिट्टी की सेहत सुधारने के लिए गोबर, गोमूत्र, गुड़ और सूखे पत्तों का इस्तेमाल किया जा सकता है.
दरअसल, खेतों में ऑर्गेनिक कार्बन को बढ़ाने के लिए किसानों को 1 किलो गोबर, 1 लीटर गोमूत्र, 50 ग्राम गुड़ और 10 लीटर पानी को अच्छे से मिलाकर 3 दिन रख दें.
फिर खेत में सिंचाई के साथ इसका प्रयोग करें. इससे मिट्टी की सेहत में बड़ा बदलाव दिखेगा और मिट्टी में आर्गेनिक कार्बन की मात्रा बढ़ेगी.