बारिश के बाद ये काम जरूर करें किसान, फसलों को लेकर जारी हुई एडवाइजरी

26 July 2024

देशभर में बारिश का दौर जारी है. ऐसे में फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका होती है, जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. 

मौसम विभाग के मुताबिक, फसलों की बुवाई वर्षा के पूर्वानुमान को ध्यान में रखकर की जानी चाहिए. जिस खेत में पर्याप्त नमी हो, वहां किसानों को खरीफ फसल की बुवाई करनी चाहिए.

अगर किसानों ने बाजरे की फसल जून में बोई है तो बुवाई के 25 से 30 दिन बाद बारिश के साथ 20 किग्रा नाइट्रोजन जरूर डालें.

अरंडी की फसल की बुवाई के लिए खेत को दो बार जोतें और उन्नत किस्मों के बीज का चयन कर जुताई के अंतिम समय में फास्फोरस और नाइट्रोजन से भरपूर उर्वरक डालें. 

बारिश के मौसम में पशुओं को ऐसी जगह ना रखें, जहां जलभराव होता हो क्योंकि नमी में रहने की वजह से वे बीमार पड़ सकते हैं.

समय पर बोई गई बाजरा, मूंग, मोठ, ग्वार, तिल फसलों में खरपतवार नियंत्रण और मिट्टी में हवा का बहाव बने रहने के लिए निराई-गुड़ाई करें. 

अगर मूंगफली की खड़ी फसल में दीमक और सफेद ग्रब का प्रकोप है, तो किसानों को सलाह दी जाती है कि वे बारिश के समय या सिंचाई के पानी के साथ फिप्रोनिल 5% एससी @ 1.5 लीटर/हेक्टेयर मिट्टी में मिलाएं.

नेपियर घास की रोपाई के लिए यह सबसे अच्छा समय है, इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे पशुओं के लिए साल भर हरा चारा उपलब्ध कराने के लिए नेपियर घास की रोपाई शुरू करें.