आयरन पौधों के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है.
यदि मिट्टी पर्याप्त रूप से हवादार नहीं है उसमें कार्बनिक पदार्थ का स्तर कम है तो मिट्टी में आयरन की कमी हो सकती है.
पौधों में आयरन की कमी के कारण पत्तियां सफेद-पीली हो सकती हैं, विकास रुक सकता है और पैदावार कम हो सकती है.
मिट्टी में आयरन की कमी से पौधों की खराब वृद्धि, क्लोरोसिस (पत्तियों का सफेद-पीला पड़ना) और फंगल अतिवृद्धि भी हो सकती है.
ऐसे में आयरन पौधों की वृद्धि के लिए एक आवश्यक खनिज है.
आयरन क्लोरोफिल को भी संश्लेषित करता है और पौधों को प्रकाश संश्लेषण में मदद करता है.
यह प्रोटीन, न्यूक्लिक एसिड और एंजाइम बनाने में मदद करता है.
यह पौधों में प्रोटीन, न्यूक्लिक एसिड और एंजाइम बनाने में मदद करता है.
आयरन पौधों को उनकी पत्तियों में कार्बन डाइऑक्साइड और पानी पहुंचाने में भी मदद करता है.
पौधों के लिए विभिन्न प्रकार के लौह उपलब्ध हैं. चिलेटेड आयरन वह रूप है जिस पौधे सबसे आसानी से अवशोषित कर लेते हैं.
हम मिट्टी में आयरन की कमी की कमी दूर करने के कुछ तरीके बता रहे हैं.
मिट्टी में आयरन के लिए खाद के रूप में कंपोस्ट खाद या पुराने पशु-खाद को जमीन में मिलाएं.
चिलेटेड आयरन सप्लीमेंट सीधे पौधों की जड़ों के पास पर मिट्टी में मिलाएं.
उच्च स्तर की आयरन की कमी वाली संक्रमित शाखाओं या पत्तियों को काट दें.