मुर्गी और बत्तख के अलावा किसानों के बीच तीतर पालन भी लोकप्रिय है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, तीतर पालन के व्यवसाय में मुर्गी और बत्तख से भी ज्यादा मुनाफा है.
हालांकि, भारत में शिकार के चलते तीतर विलुप्त होने की कगार पर हैं. ऐसे में सरकार ने तीतर पालन के शिकार पर पाबंदी लगाई है. इसका शिकार करते हुए पाए जाने पर जेल भी हो सकती है.
अगर आप इस पक्षी का पालन करना चाहते हैं तो आपको सरकार से अनुमति लेनी होगी.
इसके लिए बकायदे आवेदन करके सरकार से लाइसेंस भी लेना होता है.
कम लागत में ज्यादा मुनाफे की वजह से किसान तीतर पालन की तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं.
तीतर पालन में किसान को ज्यादा पूंजी नहीं लगानी पड़ती है. छोटे आकार और कम वजन की वजह से भोजन और जगह की आवश्यकता भी कम होती है.
ऐसे में 4 से 10 तीतर पालन कर भी इससे एक छोटा बिजनेस शुरू किया जा सकता है. तीतर एक साल में कुल 300 अंडे देने में सक्षम है.
तीतर पक्षी अपने जन्म के 40 से 45 दिनों में अंडे दे देती है. जन्म लेने के 30 से 35 दिनों में ही तीतर 180 से 200 ग्राम के हो जाते हैं. इनके मांस की बाजार में काफी डिमांड रहती है.
यही वजह है कि ये अच्छी कीमतों पर बिकते हैं. किसान इससे मात्र दो महीने के अंदर बंपर मुनाफा कमा सकता है.
तीतर के मांस की ब्रिकी आसानी से होती है. किसी भी नजदीकी मंडी में इसे आप आसानी से बेच सकते हैं.
अगर आप अच्छे तरीके से बटेर तीतर का पालन करें तो सालाना लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं.