रानीखेत बीमारी से हर साल बड़ी संख्या में मुर्गियां बीमार होती हैं.
इसे झुकनी के नाम से भी जाना जाता है. यह बीमारी हर उम्र की मुर्गियों को प्रभावित करती है.
इस बीमारी के होने से मुर्गी एक जगह पर एकत्रित हो जाते हैं. खाना -पीना बंद कर देते हैं. कुछ मुर्गियों खड़े नहीं हो पाती हैं.
इस रोग का सबसे पहले पता भारत के रानी खेत शहर में चला था.
इसके चलते इसका नाम रानी खेत भी रखा गया है.
इसके रोकथाम में अगर इन्हें बीमारी होने के तुरंत आर-डी एफ वैक्सीन की एक-एक बूंद हर मुर्गी की नाक और आंख में देना चाहिए.
पानी में एंटीबायोटिक्स तथा मल्टीविटामिन का घोल मिलाकर मुर्गियों को पिलाना चाहिए. मरी हुई मुर्गियों को जलाकर या दफ़नाकर पूर्णतय नष्ट कर देना चाहिए.