कुसुम की खेती किसानों को मालामाल बना सकती है. इसके फूलों और बीजों का उपयोग खाद्य तेल बनाने में किया जाता है.
अच्छे उत्पादन के लिए कुसुम की फसल के लिए मध्यम काली मिट्टी से लेकर भारी काली मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है.
कुसुम की फसल की बुआई का उपयुक्त समय अक्टूबर के अंत तक है.
कुसुम के फूलों से लेकर इसके पौधे का हर हिस्सा काफी उपयोगी है.
इससे तेल और शरबत के अलावा साबुन, पेंट, वार्निश, लिनोलियम और संबंधित पदार्थ बनाये जाते हैं.
बाजार में कुसुम के फूल से बना एसेंशियल ऑयल और शहद भी काफी फेमस है.
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इसके बीज, छिलका, पत्तियां, पंखुडिया, तेल और शरबत काफी ऊंचे दामों पर खरीदे जाते हैं.