पशुपालकों के लिए हर समय पशुओं को हरा चारा उपलब्ध कराना सबसे कठिन काम में से एक है.
हालांकि,साइलेज को हरे चारे के विकल्प के रूप में देखा जा सकता है.
दरअसल बढ़िया साइलेज में 85 से 90 प्रतिशत हरे चारे के बराबर पोषक तत्व मौजूद होता है.
हरे चारे की कमी के समय साइलेज खिलाकर पशुओं के दूध उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है.
इसके अलावा अगर आप पशुपालक नहीं हैं तो साइलेज बनाने का बिजनेस करके भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
साइलेज बनाने के लिए आप दाने वाली फसलें जैसे- मक्का, ज्वार, जई, बाजरा आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं.
साइलेज बनाने के गड्ढे हमेशा ऊंचे स्थान पर बनाने चाहिए, जहां से बारिश के पानी का निकास अच्छी तरह हो सके. वहीं जमीन में पानी का स्तर कम हो.
साइलेज सभी प्रकार के पशुओं को खिलाया जा सकता है. वहीं पशुओं को एक भाग सूखा चारा, एक भाग साइलेज मिलाकर खिलाना चाहिए
साइलेज सभी प्रकार के पशुओं को खिलाया जा सकता है. वहीं पशुओं को एक भाग सूखा चारा, एक भाग साइलेज मिलाकर खिलाना चाहिए
हरे चारे की कमी हो, तो साइलेज की मात्रा ज्यादा की जा सकती है. साइलेज बनाने के 30-35 दिन बाद साइलेज खिलाया जा सकता है.