असीम रावत ने गाजियाबाद के सिकंदरपुर गांव में हेथा नाम की डेयरी खोल रखी है.
साल 2015 में दो देसी गायों से शुरू की गई इस डेयरी में अब 1000 से ऊपर गोवंश हैं. इनमें गायें, बछड़े, बछिया, सांड सभी शामिल हैं.
आज उस डेयरी का टर्नओवर महज 8 सालों में 6 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है.
उनकी डेयरी में गिर, साहिवाल, हिमालयन बद्री देसी गायें हैं. इन गायों के दूध से वह घी, खोया, मिठाइयां समेत कई तरह के प्रोडक्ट बनाते हैं.
साथ ही गौमूत्र का उपयोग जीवामृत और दवाएं बनाने में करते हैं. गोबर से खाद और लकड़ियां बनाई जाती हैं. इसके अलावा वह जैविक खेती भी करते हैं.
असीम के मुताबिक, उन्होंने अपनी डेयरी में 85 लोगों को सीधे रोजगार दिया हुआ है.
गाय पालन के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए असीम को कई अवॉर्ड्स भी मिल चुके हैं. उन्हें साल 2018 में राष्ट्रीय गोपाल रत्न अवॉर्ड से नवाजा गया था.
इसके अलावा आईसीआर उन्हें स्टार्टअप ऑफ दी ईयर 2022 का पुरस्कार दे चुकी है. उत्तराखंड सरकार से उन्हें शक्ति अवॉर्ड मिला हुआ था.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनसे मिल चुके हैं और उनके काम की तारीफ कर चुके हैं.