छुट्टा पशुओं को सहारा बनाकर उनका पालन पोषण करने वाले किसानों को यूपी सरकार सहायता राशि देती है.
यह राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है.
हर जिले में डीएम की अगुवाई गठित टीम पशु पालकों और पशुओं की समय-समय पर मॉनिटरिंग भी करती है.
सरकार पशु पालकों को प्रति प्रोत्साहित करते हुए 30 रुपये प्रतिदिन खर्च छुट्टा पशु पालने के खर्च के तौर पर देती है.
इस हिसाब से प्रति महीने पशुपालकों को 900 रुपये मिलते हैं.
अगर सालाना हिसाब लगाएं तो पशुपालकों को कुल 10 हजार 800 रुपये इसके लिए दिए जाते हैं.
एक व्यक्ति को केवल 4 गोवंश ही दिए जाएंगे जिसमें नहीं जन्मे बछड़े की गणना नहीं की जाएगी.
इस राशि को पाने के लिए किसान को अपने जिले के कृषि एवं पशुपालन विभाग पर जाकर आवेदन करना होगा.
योजना के लाभार्थी एवं आवेदक के पास बैंक खाता होना चाहिए और उसका आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक होना चाहिए.