बस 18 महीने... पेट्रोल गाड़ियों के बराबर होगी इलेक्ट्रिक कारों की कीमत! जानें कैसे

1 December 2023

BY: Aaj Tak Auto

इलेक्ट्रिक गाड़ियों का क्रेज इंडियन मार्केट में तेजी से जोर पकड़ रहा है. तमाम विदेशी कंपनियां हैं जो लगातार नए मॉडलों को पेश करने में लगी हैं, लेकिन बावजूद इसके टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक सेग्मेंट में अव्वल है. 

Tiago, Tigor और Nexon सहित टाटा मोटर्स के इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो में कुल 3 कारें शामिल हैं, जिन्हें कंपनी और भी ज्यादा विस्तार देने की तैयारी में है. 

इस बार ऑटो एक्सपो में कंपनी ने अपनी Avinya, Curvv, Harrier EV सहित कई कॉन्सेप्ट को पेश किया था, जिन्हें जल्द ही बाजार में लॉन्च किया जाएगा.

वहीं एमजी मोटर, हुंडई और महिंद्रा भी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री कर रहे हैं. दूसरी ओर लग्ज़री सेग्मेंट में मर्सिडीज बेंज, बीएमडब्ल्यू और वोल्वो जैसे ब्रांड भी बाजार को इलेक्ट्रिफाइड करने में लगे हैं. 

इन सबके बावजूद इलेक्ट्रिक कारों की कीमत और रेगुलर ICE इंजन (पेट्रोल) वाले मॉडलों की कीमत में भारी अंतर देखने को मिलता है. ज्यादातर लोगों के लिए इलेक्ट्रिक कारें अभी भी दूर की कौड़ी हैं. 

लेकिन टाटा मोटर्स पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के MD शैलेश चंद्रा का कहना है कि, आने वाले 18 महीनों के भीतर ये अंतर तकरीबन खत्म हो जाएगा और इलेक्ट्रिक कारों की कीमत पेट्रोल कारों के बराबर हो जाएगी. 

ऑटोकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शैलेश चंद्रा का कहना है कि, "बैटरी की लागत 100 डॉलर kWh तक पहुंच गई है, ऐसे में 18 महीनों के भीतर 250 किमी रेंज वाली  इलेक्ट्रिक कारों की कीमत पेट्रोल गाड़ियों के बराबर होगी."

चंद्रा ने कहा कि "शुरुआत में इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने वाले पारंपरिक पेट्रोल वाहनों पर 20-30% का प्रीमियम देने को तैयार हैं, लेकिन मुख्यधारा के खरीदार पेट्रोल गाड़ियों की कीमत पर ही EV चाहते हैं."

उन्होंने कहा, "निकट भविष्य में, मैं कह रहा हूं कि 1 साल, डेढ़ साल से भी कम समय में, आप बड़े पैमाने पर बाजार में 200-250 किमी की वास्तविक रेंज वाली कार देखेंगे, जो उस कीमत पर उपलब्ध होंगी." 

जरूरी कंपोनेंट के हाई इम्पोर्ट (आयात) के चलते पेट्रोल कारों की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहन की लागत अभी भी लगभग 25-35% अधिक है. लेकिन जैसे-जैसे इम्पोर्ट कम होगा और बैटरी की कीमत घटेगी कारों की कीमत भी कम हो जाएगी. 

चंद्रा का मानना ​​है कि 5 प्रतिशत की कम GST, सरकार की प्रोत्साहन स्कीम और बैटरी की गिरती लागत के चलते न केवल कम कीमत में कारें आएंगी बल्कि कंपनियों का भी मुनाफा बढ़ेगा.

इससे पहले मारुति सुजुकी के शशांक श्रीवास्तव ने भी, आजतक से बताया था कि, इलेक्ट्रिक वाहनों का मार्केट शेयर जो कि अभी तकरीबन 2.2% है वो बढ़कर 18-20% तक हो जाएगा.

उन्होनें कहा था कि, मारुति सुजुकी 2031 तक कुल 6 इलेक्ट्रिक वाहन पेश करेगी. 2030 तक मारुति सुजुकी की ओवरऑल सेल्स में अकेले इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी तकरीबन 15% की होगी.