भारत में हाल ही में मोटोजीपी ग्रां प्री रेस का आयोजन किया गया था, ऐसा पहली बार था जब दुनिया की सबसे मशहूर बाइक रेसिंग चैंपियनशिप की मेजबानी भारत कर रहा था.
मोटोजीपी की सफलता ने ये साबित कर दिया कि, भारतीयों के बीच भी रेसिंग का वही क्रेज है जो बाकी जगहों पर देखने को मिलता है. लेकिन बावजूद इसके मोटरस्पोर्ट हमारे यहां उस हद तक मशहूर नहीं है.
बहुत गिनेचुने ही भारतीय हैं जो मोटर रेसिंग स्पोर्ट में बतौर प्रोफेशनल हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि इसके बहुत सारे कारण हैं, और इस पर फिर कभी चर्चा करेंगे.
फिलहाल, बात करते हैं जम्मू कश्मीर की उस लड़की की, जिसने लंदन में आयोजित होने वाले ब्रिटश इंड्योरेंस चैंपियनशिप (BEC) में हिस्सा लेकर इतिहास रच दिया है.
हुमैरा मुश्ताक (Humaira Mushtaq) ने ब्रिटिश एंड्योरेंस चैंपियनशिप (बीईसी) में भाग लेने वाली पहली महिला भारतीय कार रेसर बनकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है.
जम्मू-कश्मीर की रहने वाली मुश्ताक ITCCC लाइसेंस प्राप्त करने वाली दक्षिण एशिया की पहली महिला हैं, जिससे उन्हें लंदन में इस चैंपियनशिप में हिस्सा लेने का मौका मिला है.
ब्रिटिश एंड्योरेंस चैंपियनशिप एक कार रेसिंग चैंपियनशिप है, और BEC की ऑफिशियल वेबसाइट पर हुमैरा मुश्ताक को पहली भारतीय महिला रेसर के तौर पर जगह दी गई है.
हुमैरा ने मीडिया को बताया कि, "मैं अपने मूल निवास से पोडियम खिताब हासिल करने वाली पहली महिला थी. मोटरस्पोर्ट्स के प्रति मेरा प्यार तब शुरू हुआ जब मैं 6 साल की थी."
620 हार्स पावर की एस्टन मार्टिन चलाते हुए, यह मुश्ताक का पहला अंतरराष्ट्रीय रेसिंग अनुभव था. अब वह अब मार्च 2024 से शुरू होने वाले BEC के अगले सीज़न के लिए तैयारी कर रही है.
हुमैरा मुश्ताक फॉर्मूला कार रेस करने वाली जम्मू-कश्मीर की पहली महिला भी हैं, मुश्ताक ने 2019 में शुरुआत में जेके टायर्स और बाद में MRF के साथ अपनी प्रोफेश्नल रेसिंग जर्नी शुरू की थी.
पेशे से डेंटिस्ट हुमैरा को इस साल की शुरुआत में चेन्नई के मद्रास इंटरनेशनल सर्किट में पोडियम फिनिश हासिल करने के बाद पहचान मिली.
ब्रिटिश एंड्योरेंस चैंपियनशिप ब्रिटकार द्वारा आयोजित एक एंड्योरेंस रेसिंग सीरीज है, जो कि हर साल आयोजित होती है. इस चैंपियनशिप में दुनिया के दिग्गज रेसर्स फेरारी, एस्टन मॉर्टिन, लेम्बोर्गिनी जैसे ब्रांड्स की कारों के साथ हिस्सा लेते हैं.