7 May 2024
BY: Aaj Tak Auto
देश में लोकसभा चुनाव चल रहा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में राजनीतिक पार्टियां वोटरों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए तमाम रैलियां और जनसभाओं का आयोजन कर रही हैं.
जनता के बीच पहुंचने के लिए ऐसे वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है जो न केवल देखने में दमदार हों बल्कि लंबी दूरी की यात्राओं को भी आरामदायक बनाए.
यूं तो बाजार में एक से बढ़कर कई मॉडल मौजूद हैं, लेकिन राजनीति की सड़क पर दौड़ने के लिए SUV को बेहतर माना जा रहा है. आज हम आपको ऐसी कारों के बारे में बताएंगे जो नेताओं की पहली पसंद बने हुए हैं.
इस लिस्ट में पहला नाम टोयोटा फॉर्च्यूनर का आता है. 2.7 लीटर और 2.8 लीटर दो अलग इंजन ऑप्शन में आने वाली ये एसयूवी अपने पावरफुल परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है.
लंबी यात्राओं के लिए टोयोटा इनोवा का कोई जवाब नहीं है. पुरानी इनोवा से लेकर इनोवा क्रिस्टा और हाईक्रॉस हर मॉडल का इस्तेमाल नेता खूब करते हैं. ज्यादा सीटिंग कैपिसिटी के चलते इसे पसंद किया जाता है.
महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लॉसिक और स्कॉर्पियो-एन का भी इस्तेमाल भी चुनाव में जमकर हो रहा है. इसकी लोकप्रियता के चलते ही कंपनी ने इसके पुराने क्लॉसिक मॉडल की बिक्री को बंद नहीं किया है.
करोड़ों की टोयोटा लैंड क्रूजर ज्यादातर बड़े मंत्री और राजनेताओं की सवारी में शामिल है. 3.3 लीटर V6 ट्वीन-टर्बो डीजल इंजन से लैस ये SUV अपने दमदार परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है.
किफायती लेकिन दमदार, महिंद्रा बोलेरो भी कई नेताओं की पसंद है. ख़ासकर ग्रामीण इलाकों में ये SUV चुनावी कार्यक्रमों में जमकर इस्तेमाल की जाती है.
कारों के अलावा चुनावी रैलियों में बाइक्स का भी खूब इस्तेमाल होता है. हालांकि ऐसी रैलियों में सभी तरह की बाइक्स शामिल होती हैं लेकिन रॉयल एनफील्ड को ज्यादातर लोग तरजीह देते हैं.