यदि सबकुछ ठीक रहा तो बहुत जल्द ही आपको बेहद किफायती खर्च में लग्ज़री बस के सफर का मजा मिलेगा, जिसमें हवाई जहाज जैसी सुविधाएं मिलेंगी.
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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने IIM नागपुर द्वारा आयोजित 'जीरो माइल' कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए कहा कि, दिल्ली-जयपुर रूट पर इलेक्ट्रिक हाइवे बन रहा है.
उन्होनें कहा कि, "इस हाइवे पर केबल बस चलेगी और इसमें 100 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी. इन बसों की ख़ास बात ये होगी कि इनमें फ्लाइट के ही तर्ज पर बिजनेस क्लॉस, इकोनॉमी क्लॉस और लैपटॉप जैसी सुविधाएं होंगी.
अन्य सुविधाओं के बारे में बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि, "इतना ही नहीं, जैसे हवाई जहाज में चाय-नाश्ता मिलता है वो ही इन बसों में फूड सर्विस की भी सुविधा उपलब्ध होगी."
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उन्होनें कहा कि, "ये बसें अत्याधुनिक लग्ज़री फीचर्स और सुविधाओं से लैस होंगी लेकिन इनका टिकट रेट डीजल बस की तुलना में 30 प्रतिशत कम होगा. तो जाहिर है कि, लोग इसका इस्तेमाल करेंगे."
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अब हम लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए हवा में चलने वाली डबल-डेकर बस पर भी काम कर रहे हैं. सरकार का मकसद 'पब्लिक ट्रांसपोर्ट ऑन इलेक्ट्रिसिटी' को लेकर आगे बढ़ना है.
नितिन गडकरी ने कहा कि, "मुझे लगता है कि हाइड्रोजन ही फ्यूचरिस्टिक फ्यूल है. ब्लैक हाइड्रोजन कोयला से बनता है पेट्रोलियम से ब्राउन हाइड्रोजन बनता है."
"कचड़े से मिथेन निकालकर उससे हाइड्रोजन बनाने की एक तकनीकी आई है, जिस पर हम काम कर रहे हैं. ये तकनीक फ्यूल को और भी किफायती बना देगी."
उन्होनें कहा कि, "आज हाइड्रोजन की कीमत तकरीबन 300 रुपये किग्रा है, इसे हमें 1 डॉलर के नीचे लाना है. ये संभव होगा तो एक किग्रा हाइड्रोजन लगभग 3-4 लीटर डीजल के बराबर होगा."
बता दें कि, जर्मनी और स्विडन जैसे देशों में दुनिया का पहला इलेक्ट्रिक हाईवे तैयार किया जा रहा है. यूरोपियन देशों के ही तर्ज पर भारत में भी ट्रांसपोर्टेशन को बेहतर बनाने की कवायद हो रही है.