7 January 2025
BY: Aaj Tak Auto
ऑटोमेटिक कारों का चलन पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है. इन कारों में न तो आपको गियर बदलने की चिंता होती है और न ही आप ड्राइव के दौरान थकते हैं.
उंची कीमत को छोड़ दें तो ऑटोमेटिक कारों के कई फायदे भी हैं. आज हम आपको कुछ ऐसी किफायती ऑटोमेटिक कारों के बारे में बताएंगे जो कम कीमत और बेहतर परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती हैं.
मारुति वैगनआर दो अलग-अलग पेट्रोल इंजन के विकल्प के साथ आती है, लेकिन ऑटोमेटिक वेरिएंट में 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया गया है.
इसका ऑटोमेटिक वर्जन 4 वेरिएंट्स में आता है, जो कि मूल रूप से VXI और ZXI पर बेस्ड हैं. आमतौर पर ये कार 24 किलोमीटर प्रतिलीटर तक का माइलेज देती है.
मारुति सेलेरियो के ऑटामेटिक वेरिंएट में 1 लीटर की क्षमता का पेट्रोल इंजन इस्तेमाल किया गया है जो कि 67PS की पावर और 89Nm का टॉर्क जेनरेट करता है.
कंपनी का दावा है कि, ये देश की सबसे ज्यादा माइलेज देने वाली पेट्रोल कार है. जो 26.68 किलोमीटर प्रतिलीटर का माइलेज देती है. इसका ऑटोमेटिक वेरिएंट भी VXI और ZXI मॉडल पर बेस्ड है.
मारुति एसप्रेसो का ऑटोमेटिक वेरिएंट VXI मॉडल पर बेस्ड है. इसमें 1 लीटर का पेट्रोल इंजन दिया गया है जो 68PS की पावर और 90Nm का टॉर्क जेनरेट करता है.
इस कार के केबिन को स्पोर्टी बनाने के लिए आरेंज कलर एक्सेंट से सजाया गया है. यह कार 25 किलोमीटर प्रतिलीटर तक का माइलेज देती है.
मारुति ऑल्टो के10 का ऑटोमेटिक वेरिएंट VXI मॉडल पर बेस्ड है. इसमें 1 लीटर का पेट्रोल इंजन मिलता है जो 57PS की पावर और 82Nm का टॉर्क जेनरेट करता है.
इसमें डुअल एयरबैग, ईबीडी के साथ एबीएस, रिवर्सिंग कैमरा, मल्टी-फंक्शन स्टीयरिंग व्हील जैसे फीचर्स मिलते हैं. ये कार 24 किलोमीटर प्रतिलीटर का माइलेज देती है.
Renault Kwid चार ऑटोमेटिक ट्रिम में उपलब्ध है. इसमें कंपनी ने 1 लीटर की क्षमता का पेट्रोल इंजन इस्तेमाल किया है जो कि, 68PS की पावर और 91Nm का टॉर्क जेनरेट करता है.
इसका ऑटोमेटिक वेरिएंट RXL, RXT और क्लाइंबर वेरिएंट में आता है. आम तौर पर रेनो क्विड 22 किलोमीटर प्रतिलीटर तक का माइलेज देती है. ये देश की सबसे सस्ती ऑटोमेटिक कार है.