मैनुअल ट्रांसमिशन के बजाय ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन कारों को सबसे ज्यादा कम्फर्टेबल माना जाता है. ऑटोमेटि कारों को ड्राइव करने के लिए न बार-बार क्लच प्रेस करने की जरूरत होती है और न ही गियर बदलने का झंझट होता है.
भारत में भी ऑटोमेटिक कारों की डिमांड तेजी से बढ़ी है और इस मामले में मारुति सुजुकी ने सबको पीछे छोड़ते हुए देश की सबसे ज्यादा ऑटोमेटिक कार बन गई है.
मारुति सुजुकी ने आज प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि, कंपनी ने अब तक 10 लाख से ज्यादा ऑटोमेटिक कारों की बिक्री का आंकड़ा पार कर लिया है, इस लिहाज से ये सबसे ज्यादा ऑटोमेटिक कार विक्रेता कंपनी बन गई है.
Maruti चार अलग-अलग ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन सिस्टम प्रदान करती है - ऑटो गियर शिफ्ट (AGS), 4-स्पीड ऑटोमैटिक (AT), पैडल शिफ्टर्स के साथ 6-स्पीड ऑटोमैटिक (AT) और इलेक्ट्रॉनिक-कंटीन्यूअस वेरिएबल ट्रांसमिशन (e-CVT).
Maruti Suzuki भारतीय बाजार में हैचबैक, सेडान और एसयूवी सहित कुल 16 मॉडलों की बिक्री करती है, कंपनी के पोर्टफोलियो में पेट्रोल इंजन के साथ ही CNG कारों का भी तगड़ा लाइनअप है.
मारुति द्वारा बेचे जाने वाले 65% ऑटोमेटिक वाहन AGS टेक्नोलॉजी से लैस हैं, AT ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन मॉडल की हिस्सेदारी MSIL की कुल ऑटोमैटिक बिक्री का 27% है, जबकि हाइब्रिड ई-सीवीटी ट्रांसमिशन लगभग 8% हिस्सेदारी रखती है.
मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी शशांक श्रीवास्तव ने कहा, MSIL की ऑटोमैटिक कारों की बिक्री लगातार बढ़ रही है. हम पहले से ही वित्त वर्ष 2023-24 में एक लाख ऑटोमेटिक वाहन बिक्री का आंकड़ा छूने के करीब हैं.
कंपनी का कहना है कि, NEXA ग्राहक हाई-एंड ऑटोमेटिक वेरिएंट को प्राथमिकता दे रहे हैं वहीं ARENA के ग्राहक नई ऑटोमेटिक कार खरीदते वक्त मिड-वेरिएंट को तरजीह दे रहे हैं.
मारुति सुजुकी के ऑटोमेटिक कारों की बिक्री में NEXA की हिस्सेदारी लगभग 58% है, जबकि Arena डीलरशिप लगभग 42% हिस्सेदारी रखता है. बता दें कि, नेक्सा डीलरशिप से प्रीमियम कारों की बिक्री की जाती है.
हाल ही में मारुति सुजुकी ने टोयोटा इनोवा हाईक्रॉस पर बेस्ड अपनी सबसे महंगी कार Maruti Invicto को लॉन्च किया था, जिसकी शुरुआती कीमत 24.79 लाख रुपये है.
Maruti Alto K10 कंपनी के पोर्टफोलियो की सबसे सस्ती ऑटोमेटिक कार है, जो कि VXI वेरिएंट में उपलब्ध है. इसकी कीमत 5.61 लाख रुपये से शुरू होती है.