BY: Ashwani Kumar
आपने वाहनों पर सफेद, काला, पीला, लाल, नीला और हरे जैसे कई अलग-अलग रंगों के नंबर प्लेट्स (Registration Plates) देखे होंगे.
क्या आप जानते हैं कि इन सभी नंबर प्लेट्स का रंग अलग क्यों होता है. दरअसल, इसके पीछे एक गहरा राज छुपा है.
नंबर प्लेट न केवल रजिस्ट्रेशन की जानकारी देता है बल्कि ये इस बात की भी जानकारी देता है कि उक्त वाहन किस विशेष व्यक्ति, विभाग या श्रेणी से संबंधित है.
आम आदमी से लेकर राजनेता और सेना तक, हर किसी के लिए अलग-अलग नंबर प्लेट्स के इस्तेमाल का प्रावधान है.
सफेद बैक ग्राउंड वाले नंबर प्लेट्स प्राइवेट या निजी वाहनों के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. जैसे कि व्यक्तिगत कार, मोटरसाइकिल या स्कूटर इत्यादि.
पीले रंग की नंबर प्लेट का इस्तेमाल कमर्शियल या व्यवसायिक वाहनों के लिए किया जाता है. जैसे कि, बस, ट्रक, टैक्सी इत्यादि.
हरे रंग के नंबर प्लेट का इस्तेमाल जीरो इमिशन व्हीलक यानी कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए किया जाता है.
जिन वाहनों का अस्थाई रजिस्ट्रेशन किया गया हो या फिर टेस्टिंग व्हीकल्स के लिए इस नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया जाता है.
जिस नंबर प्लेट पर उपर की तरफ मुख किए हुए तीर (Arrow) बना हो समझ जाइये कि, उक्त वाहन सेना से संबंधित है. इस नंबर प्लेट का इस्तेमाल सेना के वाहनों के लिए किया जाता है.
नीली लाइसेंस प्लेट का इस्तेमाल उन वाहनों पर किया जाता है जो कि फॉरेन डिप्लोमेटिक मिशन जैसे एम्बेसी (Embassy) या कांसुलेट (Consulate) से संबंधित होते हैं.
काले रंग की नंबर प्लेट का इस्तेमाल उन कमर्शियल (व्यवसायिक) वाहनों के लिए किया जाता है जो सेल्फ-ड्रिवेन (Self Driven) किराये (रेंटल) पर दी जाने वाली होती हैं.
ऐसे नंबर प्लेट का इस्तेमाल उन वाहनों पर किया जाता है जिनका स्वामित्व सरकार के पास होता है. उच्च अधिकारी, राजनयिक और अन्य गणमान्य इन वाहनों में यात्रा करते हैं.