कंपनियां वसूलती हैं मोटा पैसा... लेकिन 'यूजलेस' हैं कारों के ये मशहूर फीचर्स

21 February 2025

BY: Aaj Tak Auto

समय के साथ ऑटो सेक्टर तेजी से एडवांस होता जा रहा है. प्रतिस्पर्धा की रेस में बने रहने के लिए आज कल की आधुनिक कारों को किसी गैजेट की तरह डेवलप किया जा रहा है.

जहां तक बात सेफ्टी की है तो मॉर्डन फीचर्स काफी उपयोगी और जरूरी हैं. लेकिन अलग दिखने की चाह में कारों में कुछ ऐसे फीचर्स भी दिए जा रहे हैं जिनकी उपयोगिता दैनिक जीवन में न के बराबर है.

हालांकि कंपनियां इन फीचर्स के नाम पर ग्राहकों से मोटी रकम भी वसूलती हैं. तो आइये जानते हैं उन फीचर्स के बारे में जिनके न होने पर कार के परफॉर्मेंस पर कोई असर नहीं पड़ेगा-

रेस-कार ड्राइवर के लिए HUD एक उपयोगी फीचर है. लेकिन शहर में ड्राइविंग के लिए इसकी कोई ख़ास उपयोगिता नहीं है. HUD के बजाय चालक स्पीडोमीटर पर आसानी से नजर रख सकता है.

1- हेड-अप डिस्प्ले (HUD)

इंडियन रोड कंडिशन जहां धूल, धूप और भीषण गर्मी से दो-चार होना पड़ता है वहां के लिए ये फीचर बहुत उपयोगी नहीं है. लेकिन कंपनियां इसके लिए मोटी रकम भी वसूलती हैं.

2- सनरूफ

अपने मोबाइल को वायर से कनेक्ट करना कितन मुश्किल है? जवाब आप खुद जानते हैं. लेकिन वायरलेस चार्जर जैसे लग्ज़री फीचर के नाम पर आपसे अच्छा ख़ासा पैसा वसूला जाता है.

3- वायरलेस चार्जर

यह शायद एक ऐसी जानकारी है जिसका कोई भी कभी इस्तेमाल नहीं करता. ऑफ-रोडिंग के दौरान भी, लोग शायद ही कभी G-Force इंडिकेटर्स पर ध्यान देते हों.

4- G-फोर्स इंडिकेटर

आप कितनी बार अपने फोन की स्क्रीन को अपनी कार के इंफोटेनमेंट पर मिरर करते हैं, कभी नहीं, है न? खैर जब से एंड्रॉइड ऑटो और एप्पल कारप्ले आ गए हैं इस फीचर की उपयोगिता खत्म हो गई है.

5- स्क्रीन मिररिंग

मॉर्डन कारों में फीचर्स को ऑपरेट करने के लिए वॉयस कमांड की सुविधा दी जा रही है. लेकिन ज्यादातर देखा गया है कि ये फीचर ठीक ढंग से काम नहीं करता है. ऐसे में ये परेशानी का सबब बनता है.

6- वॉयस कमांड (काम न करे तो)

कार ड्राइव करते समय टचस्क्रीन बटन का इस्तेमाल करना काफी मुश्किल होता है. इससे चालक को अपना ध्यान सड़क से हटाना पड़ता है ताकि वो सही बटन प्रेस कर सके. जो काफी रिस्की है.

7- टचस्क्रीन बटन

भारतीय जलवायु के अनुसार ये बहुत उपयोगी फीचर नहीं है क्योंकि यहां ऐसी ठंड बहुत कम समय के लिए पड़ती है कि आपको अपनी सीट गर्म करनी पड़े. 

8- हीटेड सीट

आपको कार में बैठने के बाद सीट को अपने जरूरत के अनुसार एडजस्ट करने में कितनी मेहनत लगती है. मैनुअली भी इसे आसानी से किया जा सकता है. ऐसे में पावर्ड सीट के लिए पैसे क्यों खर्च करें.

9- पावर्ड सीट

मानसून में इनकी जरूरत समझ में आती है लेकिन कई बार इसका सेंसर बूंदाबांदी का गलत अनुमान लगा लेता है. जिससे अनावश्यक रूप से विंडशील्ड पर वाइपर्स दौड़ने लगते हैं. इसे भी आसानी से मैनुअली किया जा सकता है.

10- रेंन सेंसिंग वाइपर्स

नोट: यहां पर फीचर्स को केवल उनकी उपयोगिता के आधार पर लिस्ट किया गया है. हालांकि कार कंपनियां बाजार की डिमांड के अनुसार ही फीचर्स को शामिल करती हैं.