By: Aajtak Auto
ज्यादातर नई मोटरसाइकिलों में अब किक-स्टार्ट सिस्टम देखने को नहीं मिल रहा है. इसकी जगह सेल्फ स्टार्ट ने ले ली है.
किक-स्टार्ट के बजाए सेल्फ स्टार्ट ज्यादा सुविधाजनक माना जाता है, बाइक स्टार्ट करने के लिए आपको महज एक स्विच बटन दबाना होता है.
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर ज्यादातर नई बाइक्स में किक-स्टार्ट क्यों नहीं दिया जा रहा है.
आधुनिक बाइक्स में फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम दिया जा रहा है, जो किक-स्टार्ट सिस्टम की जरूरत को खत्म कर देती हैं.
FI (फ्यूल इंजेक्शन) इंजन वाली बाइक्स में किक स्टार्टर नहीं होता है और इसका एक प्रमुख कारण ये है कि, FI-बेस्ड इंजनों में, सबमर्सिबल पंप का उपयोग करके टैंक से पेट्रोल पंप किया जाता है.
फ्यूल इंजेक्टर द्वारा पेट्रोल को इंजन में इंजेक्ट किया जाता है. इस पंप को चलाने के लिए न्यूनतम वोल्टेज की आवश्यकता होती है जो कि बैटरी से पूरी हो जाती है.
इस समय जो सेल्फ स्टार्ट सिस्टम आ रहे हैं वो काफी अत्याधुनिक हैं. जो कि बाइक्स को किसी भी मौसम या कंडिशन में आसानी से स्टार्ट करने में सक्षम है.
प्रीमियम बाइक्स का एयरोडायनमिक कुछ इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि बॉडी पार्ट ज्यादा स्लीक और शार्प हो.
नए डिज़ाइन के अनुसार बाइक्स में किक-स्टार्ट उतना फिट नहीं बैठता है. इतना ही नहीं, नए चालक किक-स्टार्ट के बजाय सेल्फ को ज्यादा बेहतर मानते हैं.
शहर की भीड़-भाड़ में भारी ट्रैफिक के बीच कभी-कभी बाइक अचानक से बंद हो जाती है. ऐसे में किक-स्टार्ट का इस्तेमाल करना मुश्किल भरा होता है.
ऐसे मौकों पर सेल्फ स्टार्ट को ज्यादा बेहतर और सुविधाजनक माना जाता है.
हालांकि, इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है, लेकिन ऐसा माना जाता है कि किक-स्टार्ट सिस्टम को बाइक्स में शामिल न करने पर इसकी कीमत पर असर पड़ता है.