बंटवारे में अनिल को मिला था मनचाहा बिजनेस, फिर मुकेश अंबानी से कैसे पिछड़े?

25 अगस्त 2023

मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी को रिलायंस इंडस्ट्रीज का कारोबार विरासत में मिला. 

आज दोनों भाई अपने पिता धीरूभाई अंबानी के कारोबार को अलग-अलग संभाल रहे हैं.

अनिल अंबानी की वित्तीय स्थिति कमजोर हुई है. उनकी कंपनियां बैंकों के भारी भरकम कर्ज के बोझ के तले दबी हैं.

वहीं, मुकेश अंबानी ने अपने हिस्से आए रिलायंस के कारोबार को सफलता की बुलंदियों पर पहुंचा दिया है. 

पिता धीरूभाई अंबानी की मृत्यु के बाद दोनों भाइयों के बीच पनपे मनमुटाव के बाद कारोबार का बंटवारा हुआ था. 

मुकेश और अनिल अंबानी के बीच अविश्वास की खाई इतनी चौड़ी हो गई कि मां कोकिलाबेन को दखल देना पड़ा था.

कोकिलाबेन ने मुकेश को ऑयल रिफाइनरीज और पेट्रोकेमिकल का कारोबार सौंप दिया, तो अनिल के हिस्से में टेलीकॉम, फाइनेंस और एनर्जी यूनिट्स आईं थीं.

इसके अलावा दोनों भाइयों ने एक-दूसरे से होड़ या प्रतिस्पर्धा नहीं करने के लिए एक समझौते पर भी साइन किया.

तय हुआ कि मुकेश टेलीकॉम कारोबार में पैर नहीं रखेंगे, जबकि अनिल ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल से दूर रहेंगे.  

बंटवारे में अनिल अंबानी को वो सभी कारोबार मिले, जिसके लिए वो अड़े थे. लेकिन टेलीकॉम का बिजनेस मुकेश अंबानी के हाथों से निकल गया.

शुरुआत में अनिल अंबानी के लिए स्थितियां अनुकूल रहीं. लेकिन समय आगे बढ़ा और उनके कारोबार में गिरावट का दौर शुरू हो गया. 

अनिल अंबानी के कारोबार के डूबने को लेकर इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स एडवाइजर्स सर्विसेज के एमडी अमित टंडन ने बड़ी कही थी.

अमित टंडन के अनुसार, एक कारोबार से दूसरे में कूदते जाना और क्रियान्वयन में खामी के चलते कई प्रोजेक्ट्स में बहुत पैसा लग गया.

नए प्रोजोक्ट्स में पैसा लगते जाने की वजह से कर्ज का बोझ बढ़ता गया. सितंबर 2018 तक अनिल अंबानी की कंपनियों पर 1.72 लाख करोड़ का कर्ज हो गया था.

फिर 2008 की मंदी ने अनिल अंबानी को तगड़ा झटका दिया. दूसरी तरफ मुकेश अंबानी के हिस्से आए कारोबार ने सफलता की राह पकड़ ली थी.