कर्ज का जाल बेहद बुरा होता है और इसमें फंसकर इंसान ही नहीं, बल्कि पूरे के पूरे देश बर्बाद हो जाते हैं.
बीते साल श्रीलंका के हालात और फिलहाल अपने इतिहास का सबसे आर्थिक संकट झेल रहा पाकिस्तान इसका उदाहरण हैं.
ऐसे देशों की लिस्ट लंबी है और इन सभी देशों की इस हालत के लिए उनकी सिर्फ एक गलती जिम्मेदार थी.
वो गलती थी ड्रैगन यानी चीन (China) से कर्ज लेना और इसकी वजह से आज इन देशों की इकोनॉमी डूबने की कगार पर है.
पाकिस्तान के अलावा चीन के कर्ज तले देशों में Kenya, Zambia, Laos और Mongolia समेत अन्य शामिल हैं.
इनमें से ज्यादातर देश टैक्स से हासिल अपने कुल रेवेन्यू का 33% से ज्यादा हिस्सा विदेशी कर्ज चुकाने में लगाते हैं.
यही कारण है कि यहां जनता महंगाई से कराह रही है, और बिजली, भोजन, पेट्रोल, गैस सभी चीजों की भारी किल्लत है.
बीते साल Sri Lanka दिवालिया हो चुका है और इससे पहले Zambia भी डिफॉल्ट की लिस्ट में पहुंच चुका है.
पाकिस्तान सबसे ताजा उदाहरण है, देश का विदेश मुद्रा भंडार पूरी तरह खत्म हो चुका है और जनता रोटी के लिए जान गंवाने को मजबूर हो रही है.
बदहाल पाकिस्तान अब तक पूरी दुनिया से अरबों रुपये का कर्ज ले चुका है, जिसमें सबसे ज्यादा चीन से लिया कर्ज है.
देश के ऊपर कुल कर्ज और देनदारी 60 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये से अधिक है. यह देश की जीडीपी का 89 फीसदी है.
इसमें करीब 35% हिस्सा चीन का है, चीनी वाणिज्यिक बैंकों के कर्ज को मिलाकर ये लगभग 30 अरब डॉलर होता है.