क्रेडिट कार्ड में छिपे होते हैं ये चार्जेज... जान ल‍ीजिए, वरना महंगा पड़ेगा! 

18 May 2024

By Business Team

भारत में लगभग 9.7 करोड़ लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. इनमें से तकरीबन 71% लोगों के पास प्राइवेट बैंक का कार्ड है, तो पब्लिक सेक्टर के कार्ड 24% लोगों के पास हैं.

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क्रेडिट कार्ड पर बैंक अलग-अलग नाम से  कई ऐसे चार्ज लेते हैं, जिसका वो जिक्र सीधे तौर पर नहीं करते हैं. धारकों के खाते से कई ऐसे चार्ज कटते हैं, जिससे वो बेखबर रहते हैं

ज्वाइनिंग फीस के नाम से लिया जाने वाला ये चार्ज क्रेडिट कार्ड को जारी करते समय ही लोगों से ले लिया जाता है.

इसके बाद एनुअल चार्ज  के नाम पर भी ग्राहकों से फीस ली जाती है.हालांकि एक तय रकम सालाना खर्च करने के बाद कई बैंक ये फीस नहीं लेते हैं.

ये फीस कितनी लेनी है इस रकम की कोई सीमा नहीं है.तमाम बैंक अपने हिसाब इस चार्ज को उपभोक्ताओं से वसूल करते हैं.

क्रेडिट कार्ड का बिल पूरा नहीं भरने पर भी बैंक को बाकी रकम पर चार्ज देना पड़ता है. ये फाइनेंस चार्ज के रुप में लोगें से  लिया जाता है.

क्रेडिट कार्ड से एटीएम से के द्वारा पैसा निकालना महंगा पड़ता है क्योंकि इस निकासी पर  2.5% का चार्ज लगता है.

ये फीस बैंक कैश एडवांस फीस के नाम पर लेते हैं. ऐसे में लोगों को एटीएम से पैसा निकालने से बचना चाहिए.

ज्यादा तर लोग पेट्रोल पंप पर भुगतान के लिए के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. इस दौरान कंपनियां लोगों से सरचार्ज ले लेती हैं.

 फॉरेक्स मार्कअप चार्ज ये तब लगता है जब दूसरे देशों में क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया जाता है. ये कुल भुगतान का 3.5% तक हो सकता है.