पहली सैलरी को बनाएं यादगार, करें ये काम
खाते में पहली सौलरी के आते ही उसे दो हिस्सों में कर दें डिवाइड.
पहला हिस्सा खर्च के लिए रखें और दूसरे को बचत की कैटेगरी में डाल दें.
इसके बाद आप पहली सैलरी से निवेश करने की शुरुआत कर दें.
अगर आप रिस्क ले सकते हैं, तो म्यूच्यूअल फंड में निवेश करना शुरू कर दें.
किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसे जमा करें.
पहली सैलरी से हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लें, गंभीर बीमारी जमा-पूंजी को खत्म कर सकती है.
अपनी पहली सैलरी से ही रिटायरमेंट की प्लानिंग की शुरुआत कर दें.
इसके लिए आप सरकारी पेंशन स्कीम NPS या फिर PPF चुन सकते हैं.
इस तरह आपको फाइनेंशियल रूप से किसी और पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा.