24 March, 2023 By: Business Team

Hindenburg कैसे करती कमाई? जानें क्या है शॉर्ट सेलिंग का पूरा खेल!

अमेरिकी रिसर्च फर्म Hindenburg का नाम साल 2023 की शुरुआत से ही सुर्खियों में बना हुआ है. 

बीते 24 जनवरी को इस शॉर्ट सेलर फर्म ने भारतीय अरबपति गौतम अडानी के ग्रुप पर रिपोर्ट पब्लिश की थी. 

इसका असर ऐसा हुआ कि Gautam Adani की संपत्ति दो महीने में ही 60 फीसदी कम हो गई. 

अडानी के बाद हिंडनबर्ग का निशाना बनी ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोर्सी की कंपनी Block Inc. 

अडानी-डोर्सी की कंपनी से पहले हिंडनबर्ग Twitter, निकोला, SCWORX, जीनियस ब्रांड, विंस फाइनेंस, HF Food समेत अन्य पर रिपोर्ट जारी कर चुकी है. 

कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट नाथन एंडरसन ने साल 2017 में इस रिसर्च फर्म की स्थापना की थी.

कंपनी का नाम 6 मई 1937 में न्यू जर्सी के मैनचेस्टर टाउनशिप में हुए हिंडनबर्ग एयरशिप एक्सीडेंट के नाम पर रखा गया है.

हिंडनबर्ग शेयर मार्केट, इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स पर नजर रखती है और कंपनियों में धांधली की रिसर्च करती है. 

रिसर्च के जरिए Hindenburg पता लगाती है कि क्या शेयर मार्केट में कहीं गलत तरह से पैसों की हेरा-फेरी हो रही है?

Hindenburg की जांच में पता लगाया जाता है कि कहीं बड़ी कंपनियां अपने फायदे के लिए अकाउंट मिसमैनेजमेंट तो नहीं कर रही हैं?

इन सब बिंदुओं पर गहन रिसर्च के बाद कंपनी एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उसे पब्लिश करती है और शुरू होता है शॉर्ट सेलिंग का खेल.

शॉर्ट सेलर अपने पास शेयर न होते हुए भी इन्हें बेचता है.वो कंपनी के शेयर को खरीदकर नहीं बेचता, बल्कि उधार लेकर बेचता है.

ये शेयर की खरीद-बिक्री का अवैध नहीं, बल्कि पूरी तरह से वैध तरीका है, हालांकि इसमें जोखिम ज्यादा होता है.