इस्लामिक कंट्री पाकिस्तान में शराब कई इलाकों में अवैध है. खासकर मुसलमानों के लिए शराब पीना मना ही है, लेकिन ब्लैक में ये लोग शराब की खरीदारी करते हैं.
यहां के सभी मुसलमाना नियमों का पालन नहीं करते हैं और इसी कारण लोग यहां पर शराब को उच्च कीमतों पर खरीदते हैं.
वहीं जिनकी आय कम है, वे सस्ती दारू पीना पसंद करते हैं, जोकि पूरी तरह से प्रतिबंधित है.
हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत में गैर-मुस्लिम ग्राहकों के लिए शराब की दुकानें वैध हैं.
वहां पर काम करने वाले एक व्यक्ति के मुताबिक हिंदू से लेकर मुस्लिम और अन्य धर्म के लोग भी शराब खरीदते हैं.
वह बताते हैं कि हर महीने 25 हजार रुपये की कमाई होती है.
यहां एक बोतल वोडका की कीमत 726 भारतीय रुपये है.
लॉकडाउन के दौरान यहां एक व्यक्ति ने 6,355 भारतीय रुपये में "ब्लैक लेबल" व्हिस्की खरीदी थी.
बता दें कि 1979 में जनरल जिया-उल-हक के इस्लामी शासन के तहत प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया था.