26 May, 2023 By- Business Team

Ratan Tata को ऐसे आया था Nano का आइडिया, फिर बनी 'लखटकिया कार'

टाटा सन्स के पूर्व चैयरमैन रतन टाटा अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर पुरानी तस्वीरें शेयर करते रहते हैं.

रतन टाटा ने कुछ महीने पहले अपने ड्रीम प्रोजेक्ट सबसे सस्ती कार नैनो की फोटे शेयर किया था.

रतन टाटा ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के पीछे की सोच के बारे में बताया था. साथ ही ये भी बताया था कि नैनो का आइडिया कैसे आया था.


रतन टाटा ने लिखा था- 'मैं लगातार भारतीय परिवारों को स्कूटर पर यात्रा करते हुए देखता था.'

'स्कूटर पर यात्रा करते हुए परिवार को देखकर ऐसा लगता था कि एक बच्चा अपने माता बिचा के बीच किसी सैंडविच की तरह बैठा है.' 

रतन टाटा ने लिखा था कि कई बार फिसलन भरी चिकनी सड़कों पर भी वो इस तरह ही सफर करते हुए दिखाई देते थे.


यही सब वजहें थीं, जिसने रतन टाटा को नैनो कार को बनाने के लिए प्रेरित किया था.

रतन टाटा ने पोस्ट में बताया कि अक्सर डूडल बनाते वक्त वो सोचते थे कि मोटरसाइकल से ज्यादा सुरक्षित क्या हो सकता है. 

ऐसा सोचते-सोचते उन्होंने एक कार का डूडल बनाया, जो एक बग्गी जैसा दिखता था और उसमें दरवाजे तक नहीं थे. 

यहीं से टाटा नैनो अस्तित्व में आई, जो सस्ती कार का सपना देखने वाले लोगों के लिए थी.

टाटा मोटर्स ने टाटा नैनो को 10 जनवरी 2008 को मार्केट में लॉन्च किया था. कंपनी ने इसे 1 लाख रुपये के शुरुआती प्राइस के साथ मार्केट में उतारा था.