नमक-मसाले हों या फिर पानी-चाय,लग्जरी कार या हवाई जहाज का सफर टाटा ग्रुप का कारोबार हर क्षेत्र में फैला है.
157 साल पुराने टाटा ग्रुप की 17 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं और 6 महाद्वीपों के करीब 100 देशों में सक्रिय हैं.
टाटा ग्रुप 10 सेक्टर की 60 अनलिस्टेड कंपनियों समेत 100 सब्सिडियरी फर्मों को संचालित कर रहा है.
टाटा समूह का मार्केट कैप करीब 240 अरब डॉलर है. इसका रेवेन्यू FY 2022 में करीब 128 अरब डॉलर रहा है.
जमशेतजी टाटा के द्वारा खड़े किए गए इस कारोबारी सम्राज्य में करीब 9,35,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं.
टाटा सन्स में 66% हिस्सेदारी टाटा ट्रस्ट की है, जो एजुकेशन, हेल्थ, आर्ट, कल्चर जैसे क्षेत्रों में काम कर रहा है.
टाटा ग्रुप की कंपनियों की देख-रेख के बारे में बात करें तो टाटा संस समूह का मुख्य प्रमोटर और प्रिंसिपल इन्वेस्टर है.
रतन टाटा के इस्तीफे के बाद से चेयरमैन के रूप में एन चंद्रशेखरन ग्रुप की कंपनियों का संचालन देख रहे हैं.
1991 में ग्रुप की कमान थामने के बाद रतन टाटा ने इसे बुलंदियों पर पहुंचाया और अब इस्तीफे के बाद भी वे ट्रस्ट के चेयरमैन हैं.
समूह की कंपनी या उद्यम अपने स्वयं के निदेशक मंडल के मार्गदर्शन और पर्यवेक्षण में स्वतंत्र रूप से संचालित होता है.
टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाइटन कंपनी लिमिटेड, टाटा केमिकल, टाटा पावर समेत 17 कंपनियां बाजार में लिस्ट हैं.
कंज्यूमर एंड रिटेल सेक्टर में टाटा केमिकल्स, टाटा कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स, वोल्टास, टाइटन और अन्य सक्रिय हैं.
आईटी सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी टाटा समूह की टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज है. इसमें लाखों लोग काम कर रहे हैं.
टाटा ग्रुप इंडियन होटल्स कंपनी से हॉस्पिटैलिटी और एयर इंडिया के माध्यम से एविएशन सेक्टर में सेवाएं दे रहा है.