11 Aug 2024
By: Business Team
बीते साल 24 जनवरी 2023 अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी.
इसमें Adani Group पर कर्ज और उसकी शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के शेयरों की कीमतों में हेर-फेर जैसे आरोप लगाए गए थे.
इसके बाद अडानी की कंपनियों के शेयरों (Adani Shares) में ऐसी सुनामी आई थी कि झटके में गौतम अडानी की नेटवर्थ का बड़ा हिस्सा साफ हो गया था.
Stock Market में लिस्टेड अडानी ग्रुप की 10 में से 10 कंपनियों के शेयर बुरी तरह टूटे थे और कुछ में तो 85% तक गिरावट आई थी.
अब एक बार फिर Hindenburg और उसकी रिपोर्ट सुर्खियों में है, लेकिन इस बार निशाना SEBI चीफ हैं.
अपनी नई रिपोर्ट में अमेरिका शॉर्ट सेलर ने अडानी ग्रुप और सेबी चीफ माधबी पुरी बुच के बीच संबंधों का दावा किया है. हालांकि, बुच और अडानी ग्रुप दोनों ने इन आरोपों को खारिज किया है.
ऐसे में सवाल ये है कि क्या एक बार फिर हिंडनबर्ग 2.0 का असर भारतीय शेयर बाजार पर दिखाई देने वाला है. एक्सपर्ट्स इस पर अपनी राय दे रहे हैं.
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के क्रांति बाथिनी की मानें तो सेबी अध्यक्ष से जुड़े आरोपों के अलावा रिपोर्ट में अधिकांश दावे पहले वाले ही हैं, ऐसे में इसका लंबा असर संभव नहीं दिखता.
वेंचुरा सिक्योरिटीज के विनीत बोलिंजकर हिंडनबर्ग के आरोपों को गंभीर नहीं मानते. उन्होंने कहा कि नई रिपोर्ट पुरानी शराब को नई बोतल में डालने जैसा है, जिसे फिर से इस्तेमाल किया जा रहा है.
बहरहाल, एक्सपर्ट हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट का लंबा असर होने की संभावना नहीं जता रहे हैं, हालांकि, सोमवार को मार्केट खुलने पर तस्वीर साफ होगी.