किसी के लोन का गारंटर बनने के लिए भी कई दस्तावेजों पर साइन करने होते हैं.
लोन लेने वाला व्यक्ति अगर रकम नहीं चुका पाता है तो गारंटर के घर नोटिस आ सकता है.
इसलिए किसी के लोन का गारंटर बनने से पहले सभी नियमों को जानना बहुत जरूरी है.
लोन की गांरटी देने वाला व्यक्ति लोने लेने वाले के बराबर का कर्जदार होता है.
डिफॉल्ट की स्थिति में बैंक पहले लोन लेने वाले को नोटिस भेजता है.
कर्जदार का जवाब नहीं आने पर बैंक गारंटर को भी नोटिस भेजता है.
लोन को चुकाने के लिए गारंटर भी समान रूप से जिम्मेदार होता है.
लोन गारंटर बनने के दौरान क्रेडिट स्कोर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
हालांकि, प्रत्येक बैंक ने गारंटर के लिए अलग-अलग नियम बनाए हैं.