भारत को आजादी मिलने से पहले ही भारतीय कंपनियों ने देश की इकोनॉमी में योगदान शुरू कर दिया था.
देश में करीब 70 कंपनियों की स्थापना आजादी से पहले हुई थी और आज भी इनमें से कई का दुनिया में डंका है.
इन कंपनियों की नींव भले ही ब्रिटिश शासन में पड़ी हो, लेकिन आज ये दुनिया में भारत की पहचान बनी हुई हैं.
नमक से लग्जरी कार तक बनाकर देने वाले Tata Group के कारोबार की शुरुआत 1868 में हुई थी.
TATA Group
आज आईटी में टीसीएस, मेटल सेक्टर में टाटा स्टील, ऑटो में टाटा मोटर्स, एविएशन में एयर इंडिया और हॉस्पिटैलिटी में इंडियन होटल कंपनी इसका हिस्सा है.
फूड सेक्टर के बड़े नाम Britannia की शुरुआत 1892 में हुई थी, ये बिस्किट से लेकर अन्य खाद्य उत्पादों का कारोबार करती है.
Britannia Industries
वाडिया फैमिली द्वारा एक छोटी सी दुकान से शुरू हुआ कारोबार द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बेहद तेजी से बढ़ा और बुलंदियों पर पहुंचा.
गोदरेज मेटल, इलेक्ट्रॉनिक्स से रिएलिटी सेक्टर तक में एक जाना-पहचाना नाम है. यह भी उन ग्रुप्स में शामिल है, जो आजादी से पहले शुरू हुए.
Godrej
1897 में आर्देशर गोदरेज और पिरोजशा गोदरेज ने इसकी स्थापना की थी. Godrej कंपनी की तिजोरियों पर अंग्रेजों को भी पूरा भरोसा था.
बिड़ला ग्रुप ने आजादी से पहले बिजनेस शुरू किया और अब 36 देशों में इसका बिजनेस है. ग्रुप करीब 140,000 लोगों को रोजगार दे रहा है.
Birla Group
TVS Motors सबसे बड़ी टू-व्हीलर कंपनियों में एक है. 1911 में जब घोड़ा गाड़ी और बग्घियों का दौर था, तब इस कंपनी ने काम शुरू किया था.
TVS Motors
देश को आजादी मिलने से पहले खोली गई कंपनियों में Raymond का नाम भी है. इसकी स्थापना 1925 में हुई थी.
Raymond Limited
महाराष्ट्र के ठाणे में ऊनी मिल के रूप में हुई कंपनी ने 1958 में मुंबई में रेमंड रिटेल शोरूम खोला था, आज भी इसके कपड़े उतने ही फेमस हैं.