Big Bazar का नाम तो आपने सुना ही होगा... भले आज इसके स्टोर्स न दिखते हों, लेकिन एक समय ये रिटेल किंग था.
फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी के बिग बाजार में रिटेल मार्केट में ऐसा दबदबा कायम किया कि सभी इससे पीछे छूट गए.
फिर कर्ज के जाल में ये Future Group ऐसा फंसा कि उससे उबरने के चक्कर में बिग बाजार का नाम ही गायब हो गया.
21,000 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी फ्यूचर एंटरप्राइजेज को NCLT ने बीते 27 फरवरी को इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग के लिए एडमिट किया था.
पहले इस कंपनी को खरीदने के लिए एशिया के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) दौड़ में शामिल बताए जा रहे थे.
हालांकि, बता दें कि अंबानी के Reliance Ratail ने अभी तक फ्यूचर एंटरप्राइजेज को खरीदने के लिए कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है.
तो वहीं अब मुकेश अंबानी के सामने एक और बड़ा कारोबारी घराना इस कंपनी को खरीदने के लिए ताल ठोकने को तैयार बताया जा रहा है.
एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि Jindal (India)ने आईबीसी प्रोसेस के तहत इस कंपनी के लिए डेट रिजॉल्यूशन सौंपा है.
हालांकि, इस संबंध में अभी तक न तो जिंदल ग्रुप और न ही रिलायंस रिटेल की ओर से कोई आधिकारिक ऐलान किया गया है.