24 March, 2023 By: Business Team

अनिल से हुआ था समझौता, टेलीकॉम सेक्टर नहीं उतरेंगे मुकेश अंबानी, फिर जियो कैसे शुरू किया?

मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी अपने पिता धीरूभाई अंबानी के कारोबार को अलग-अलग आगे बढ़ा रहे हैं. 

अनिल अंबानी की कई कंपनियां बैंकों के कर्ज के बोझ तले दबी हैं, जिसके चलते उनका कारोबार मुश्किल दौर में है.

जब दोनों भाइयों के बीच कारोबार का बंटवारा हुआ था, तब अनिल अंबानी को मजबूत स्थिति में माना जा रहा था. 

लेकिन धीरे-धीरे उनके कारोबार का ग्राफ नीचे आ गया और मुकेश अंबानी अपने बिजनेस में मजबूत होते चले गए. 

पिता धीरूभाई अंबानी की मृत्यु के बाद मुकेश और अनिल अंबानी के बीच कारोबार का बंटवारा हुआ था. 

मुकेश को ऑयल रिफाइनरीज और पेट्रोकेमिकल का कारोबार मिला, तो अनिल के हिस्से में टेलीकॉम, फाइनेंस और एनर्जी यूनिट्स आई थीं.


दोनों भाइयों ने एक-दूसरे से होड़ या प्रतिस्पर्धा नहीं करने के एक समझौते पर साइन भी किए. 

तय हुआ कि मुकेश टेलीकॉम के कारोबार में पैर नहीं रखेंगे, जबकि अनिल ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल से दूर रहेंगे. 

दोनों भाइयों के बीच प्रतिस्पर्धा नहीं करने की ये शर्त 2010 में खत्म हो गई और मुकेश अंबानी ने टेलीकॉम मार्केट में उतरने का फैसला किया. 

मुकेश अंबानी ने टेलीकॉम के कारोबार में उतरने के लिए अगले सात साल में 2.5 लाख करोड़ रुपये निवेश किए.

मुकेश अंबानी ने नई कंपनी रिलायंस जियो इन्फोकॉम के लिए हाई स्पीड 4G वायरलेस नेटवर्क तैयार किया. 

मुकेश अंबानी के इस कदम ने एक ही झटके में गांव-गांव तक उनकी पहचान बना दी और जियो नेटवर्क का कारोबार चल निकला. 

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रिलायंस जियो को 2016 में लॉन्च किया था. शुरुआत में कंपनी ने 6 महीने तक 4जी डेटा और वॉइस कॉलिंग फ्री रखी थी.