सोने की कीमतें एक बार फिर से बढ़ने लगी है. ऐसे में अगर आप अभी गोल्ड खरीदने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखें.
सोने को हमेशा संकट का साथी कहा जाता है. इसलिए जब आप सोना खरीदें, तो इसकी शुद्धता की जांच अच्छी तरह से करें.
हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) का हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड सोना ही खरीदें. सरकार ने इसे अब अनिवार्य कर दिया है.
इसके अलावा गोल्ड या ज्वैलरी खरीदते समय प्यूरिटी कोड, टेस्टिंग सेंटर मार्क, ज्वैलर्स का मार्क और मार्किंग की तारीख भी जरूर देख लें.
सोने के सही वजन के अनुसार खरीदने के दिन इसकी कीमत कई और सोर्स से पता करें. भाव 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट के हिसाब से अलग अलग होता है.
सोना खरीदते समय कैश पेमेंट करना बड़ी गलती साबित हो सकती है. UPI और नेट बैंकिंग के जरिए पेमेंट करना बेहतर रहता है. बिना बिल लिए दुकान से बाहर न निकलें.
किसी भी तरह से ठगी से बचने के लिए हमेशा सोना भरोसेमंद ज्वैलर से ही खरीदें. ऐसे ज्वैलर्स टैक्स और तमाम तरह के दिशा-निर्देशों का सही से पालन करते हैं.
सोने का गहना खरीदते वक्त मेकिंग चार्ज का ध्यान जरूर रखें. मशीन से तैयार गहनों का मेकिंग चार्ज 3-25 फीसदी होता है.
शुद्ध सोने का मेकिंग चार्ज सबसे कम होता है. कुछ कारीगर बारीक डिजाइन वाले गहने भी बनाते हैं. ऐसे गहनों पर मेकिंग चार्ज 30 फीसदी तक हो सकती है.