घर-घर जाकर बेचा डिटर्जेंट, फिर Nirma बन गया सबसे बड़ा ब्रांड, कहानी है दिलचस्प

11 Sep 2023

By: Business Team

निरमा (Nirma)... वॉशिंग पाउडर निरमा, ये नाम लगभग सभी ने सुना होगा, क्योंकि एक समय ये देश का सबसे पॉपुलर डिटर्जेंट ब्रांड रह चुका है. 

इसका टीवी पर आने वाला एड सभी की जुबां पर था और आज भी जेहन में ताजा है. इस डिटर्जेंट को ब्रांड बनाने में इसका अहम योगदान रहा था. 

आजादी से पहले 1945 में गुजरात के रूपपुर में जन्मे करसनभाई पटेल इसे शुरू किया था और अपनी मेहनत से इसे बुलंदियों पर पहुंचाया था. 

केमिस्ट्री में BSc की डिग्री हासिल करने के बाद करसनभाई ने लैब टैक्नीशियन के रूप में नौकरी शुरू की थी. 

जियोलॉजी एंड माइनिंग डिपार्टमेंट में नौकरी करते हुए उनके दिमाग में 1969 में एक आईडिया आया और Nirma की शुरुआत हुई. 

करसनभाई पटेल ने घर के पीछे 100 स्क्वायरफीट में डिटर्जेंट बनाना शुरू किया और उसे पॉलीथिन में भरकर साइकिल से घर-घर बेचा.  

ऐसे समय में जब HUL की सर्फ की कीमत 13 रुपये प्रति किलो थी, उस समय उन्होंने अपने बनाए डिटर्जेंट का 3.50 रुपये प्रति किलो बेचा. 

बड़े ब्रांड्स से मुकाबला करते हुए आखिरकर 1985 में निरमा वॉशिंग पाउडर देश का सबसे लोकप्रिय डिटर्जेंट पाउडर बन गया.  

इसके बाद उन्होंने डिटर्जेंट पाउडर के साथ ही साबुन भी मार्केट में उतार दिया, जिसे भी लोगों का प्यार मिला और कंपनी नए मुकाम पर पहुंचने लगी. 

निरमा पैकेट पर छपी Nirma Girl की भी एक Tragic Story है, दरअसल, करसनभाई ने ये ब्रांड नाम बेटी 'निरुपमा' के नाम पर रखा था.

निरुपमा का एक कार एक्सीडेंट में निधन हो गया था. करसनभाई ने यह सुनिश्चित करने के लिए कि हर कोई निरुपमा को याद रखे, उसका चित्रण पैक और विज्ञापनों में डाला.

निरमा की सफलता का असर करसनभाई पटेल की नेटवर्थ पर पड़ा और 2019 में वे फोर्ब्स की सबसे अमीर भारतीयों की लिस्ट में 30वें नंबर पर थे.