27 Mar 2025
By: Deepak Chaturvedi
लंबे समय से आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan Economic Crisis) को रमजान के महीने में बड़ी राहत मिली है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पाकिस्तान को ऋण देने का फैसला किया है.
पाकिस्तान के लिए 1.3 अरब डॉलर (करीब 36,530 करोड़ पाकिस्तानी रुपये) स्वीकृत किए गए हैं और इस बेलआउट पैकेज की पहली किश्त जारी कर दी गई है.
यही नहीं मौजूदा राहत पैकेज की समीक्षा भी की गई है, जिसके तहत अगर मंजूरी मिलती है तो PAK को 1 अरब डॉलर (करीब 28000 करोड़ रुपये) और मिलेंगे.
पीटीआई के मुताबिक, पाकिस्तान को मिला यह नया कर्ज 28 महीने का होगा और इसका उद्देश्य पाकिस्तान को क्लाइमेट चेंज से निपटने में मदद करना है.
पाकिस्तान में आईएमएफ के मिशन प्रमुख नाथन पोर्टर ने कहा कि बीते 18 महीनों में पाकिस्तान ने चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल के बावजूद व्यापक आर्थिक स्थिरता बहाल करने में मह्तवपूर्ण प्रगति की है.
उन्होंने कहा कि हालांकि इकोनॉमिक ग्रोथ मध्यम बनी हुई है, लेकिन चरम पर पहुंची महंगाई दर अब 2015 के बाद से अपने न्यूनतम स्तर पर आ गई है.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने क्लाइमेंट चेंज की समस्याओं से उबरने में मदद के लिए लोन को मंजूरी देते हुए कहा कि पाकिस्तान की फाइनेंशियल हेल्थ में सुधार हुआ है.
नए ऋण की मंजूरी और ईएफएफ के तहत दूसरी किश्त जारी किए जाने के अनुमोदन से PAK को जलवायु परिवर्तन से होने वाली दिक्कतों से निपटने में मदद मिलेगी.