कंगाल होता पाकिस्तान, क्या भारत से दुश्मनी पड़ रही भारी?
आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए अब जरूरत की वस्तुओं का आयात मुश्किल होता जा रहा है.
विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ी गिरावट की वजह से बड़े पैमाने पर आयात ठप हो चुका है. इस वजह से रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं.
भारत, पाकिस्तान का पड़ोसी है, लेकिन दोनों देशों के बीच व्यापार बंद है. 2019 के बाद से पाकिस्तान ने भारत से व्यापार खत्म कर दिया था.
भारत सरकार ने 2019 में जम्मू-कश्मीर में लागू संविधान के अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया था.
इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान ने भारत से अपने कारोबारी रिश्ते खत्म कर दिए थे.
अगर दोनों देशों के रिश्ते अच्छे होते और व्यापार जारी रहता, तो हो सकता था कि पाकिस्तान को जरूरत की चीजों के आयात के लिए कम विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ती.
2019 से पहले पाकिस्तान और भारत के बीच फलों, सब्जियों, कपड़े, डीक्राफ्ट, जिप्सम, मार्बल, नमक, मसालों जैसे 100 से अधिक प्रोडक्ट्स का आयात निर्यात होता था.
पाकिस्तान ने कुछ महीने पहले रूस से गेहूं का आयात किया है. अगर भारत के साथ उसके संबंध अच्छे होते और व्यापार जारी रहता, तो हो सकता है उसे सस्ती दर पर गेहूं मिल जाते.
अगर दोनों देशों के बीच व्यापार के दरवाजे खुले होते, तो भारत से आटे जैसी वस्तुएं पहुंचतीं और पाकिस्तान को शायद इतने भारी संकट से नहीं जूझना पड़ता.