8 April, 2023 By: Business Team


लोगों ने कहा ये संभव नहीं पर रतन टाटा ने नहीं मानी हार और हो गया कमाल

दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा इंस्टाग्राम पर पुरानी तस्वीरें शेयर करते रहते हैं.

उन्होंने काफी समय पहले टाटा इंडिका की तस्वीर शेयर की थी, जो भारत की पहली स्वदेशी कार थी.

भारत की पहली स्वदेशी कार टाटा इंडिका को बनाने में आई चुनौतियों का जिक्र भी रतन टाटा ने किया था.

उन्होंने लिखा था- 'हमसे सभी कहते थे कि बिना ज्वॉइंट वेंचर या इंटरनेशनल कंपनी के साथ साझेदारी के बगैर ये संभव नहीं हो पाएगा.'

रतन टाटा से सभी कहते थे कि अगर वो ज्वॉइंट वेंचर या इंटरनेशनल कंपनी की मदद के बिना ये काम करेंगे तो असफलता से जोड़ा जाएगा.

रतन टाटा ने लिखा था कि तकनीकी मुद्दे थे और हमने कई सबक सीखे. नए ग्राउंड को ब्रेक करना अद्भुत अनुभव था.

उन्होंने लिखा था कि हार मानने के मौके बहुत थे, लेकिन हमने अपने काम पर फोकस किया.


इन चुनौतियों को पार करते हुए भारत की पहली स्वदेशी कार, द टाटा इंडिका का जन्म हुआ था.

करीब 25 साल पहले टाटा इंडिका की लॉन्चिंग हुई थी और स्वदेशी पैसेंजर कार की दिशा में ये बड़ी उपलब्धि थी.

रतन टाटा ने लिखा था ये मेरे लिए सुखद यादें हैं और मेरे दिल में इनका एक विशेष स्थान है.