आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को एमपीसी की तीन दिवसीय बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान किया.
नए वित्त वर्ष की पहली बैठक में सभी सदस्यों ने Repo Rate में कोई बदलाव न करने का फैसला किया है.
महंगाई दर के आरबीआई के तय दायरे से ऊपर होने के बाद भी नीतिगत दर को फिलहाल, 6.50 फीसदी पर यथावत रखा गया है.
रेपो रेट को लेकर ऐलान करने के साथ ही आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने दुनिया में जारी बैंकिंग क्राइसिस पर चिंता जताई.
उन्होंने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी अभी अशांति के नए दौर का सामना कर रही है और विकसित देशों के बैंकिंग सेक्टर में भारी उथल-पुथल है.
दास ने कहा कि ग्लोबर अर्थव्यवस्था और बैंकिंग क्राइसिस समेत सभी मामलों पर आरबीआई पैनी नजर बनाए हुए है.
आरबीआई गवर्नर ShaktiKant Das ने कहा कि महंगाई के खिलाफ जंग अभी खत्म नहीं हुई, बल्कि ये लगातार जारी है.
उन्होंने कहा कि फिलहाल नीतिगत दरों में कोई बदलाव करने का फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन जरूरत पड़ने पर हम स्थिति के हिसाब से अगला कदम उठाएंगे.
बता दें देश में खुदरा महंगाई (Retail Inflation) जनवरी में 6.52 फीसदी और फरवरी में 6.44 फीसदी पर रही थी.
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए मुद्रास्फीति का अनुमान 5.2 फीसदी रखा गया है.