भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के तीन दिन की MPC मीटिंग 6 दिसंबर से शुरू होने वाली है, जिसमें आरबीआई रेपो रेट (RBI Repo Rate) को लेकर अहम फैसला ले सकता है.
RBI रेपो रेट को पिछले चार बैठकों के दौरान अनचेंज रखा गया है, जिस कारण लोन के ब्याज स्थिर बने हुए हैं.
8 दिसंबर को रेपो रेट को लेकर RBI ऐलान कर सकता है.
एक्सपर्ट्स का मनना है कि RBI इस बार भी रेपो रेट को 6.5% पर अनचेंज रखेगी.
उनका कहना है कि दूसरी तिमाही में GDP की अच्छी उछाल और महंगाई दर में कमी के कारण रेपो रेट में कोई परिवर्तन नहीं होगा.
इसका मतलब है कि लोगों को Home Loan, कार लोन और अन्य तरह के लोन के ज्यादा ब्याज से अभी राहत नहीं मिलेगी.
वहीं कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि स्थिर ब्याज से आवास क्षेत्र में मांग बढ़ने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि अक्टूबर में सीपीआई मुद्रास्फीति घटकर 4.87% सालाना और कोर सीपीआई मुद्रास्फीति 4.5% सालाना हो गई है.
जबकि भारत की जीडीपी वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 7.6 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी है.
इस कारण उम्मीद है कि आरबीआई अभी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगी.