देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव रखने वाले धीरूभाई अंबानी ने अपने बड़े बेटे मुकेश अंबानी के लिए खास टीचर रखा था.
मुकेश अंबानी का ये टीचर उन्हें पढ़ाने के अलावा सब कुछ करता था. हैरान हो गए न लेकिन ये सच है इस टीचर का फोकस किताबी ज्ञान से ज्यादा कहीं और था.
खास बात ये है कि इस टीचर को ऐसे ही मुकेश अंबानी के लिए नहीं खोजा गया था, बल्कि उस समय बाकायदा अखबार में इश्तेहार देकर इसकी तलाश की गई थी.
धीरूभाई अंबानी ने अखबार में शिक्षक के लिए जो विज्ञापन दिया था, उसमें साफ शब्दों में लिखवाया गया था कि हमें एक टीचर की जरूरत है, जो स्कूली किताबें न पढ़ाए.
रिलायंस फाउंडर अपने बेटे के लिए स्कूली किताबें पढ़ाने वाला शिक्षक नहीं ढूंढ़ रहे थे, बल्कि उन्हें सामान्य ज्ञान देने वाला टीचर चाहिए था.
टीचर की खोज के इस किस्से को खुद मुकेश अंबानी ने बताया था. उनके मुताबिक, ऐसे शिक्षक की खोज लंबी चली थी और अंत में महेंद्रभाई को चुना गया था.
महेंद्रभाई ने किताबी ज्ञान में समय बिताने के बजाय मुकेश अंबानी को प्रैक्टिकल नॉलेज और सामान्य ज्ञान समझाने पर ही अपना पूरा जोर दिया.
धीरूभाई का अपना ही विजन था और ऐसा कहा भी जाता है कि 10वीं तक ही पढ़ने वाले दिग्गज बिजनेसमैन कुछ अलग सोचने वाले व्यक्ति थे.
पिता की सीख और उनकी सोच पर आगे बढ़ते हुए मुकेश अंबानी ने रिलायंस को बुलंदियों पर पहुंचाने का काम किया और आज खुद भी एशिया के सबसे अमीर इंसान हैं.
मुकेश अंबानी का आज जन्मदिन (Mukesh Ambani Birthday) है और वे 66 साल के हो गए हैं. उनका जन्म 19 अप्रैल 1957 को हुआ था.