By: Business Team
देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) को बीते पांच साल में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है.
इन पांच वित्त वर्षों में एसबीआई का करीब 7655 करोड़ रुपये का लोन फंसा हुआ है, जो निकाला नहीं जा सका.
एक RTI में इसका खुलासा हुआ है. ये जानकारी मध्य प्रदेश के नीमच में रहने वाले चंद्रशेखर गौड़ ने मांगी थी.
चंद्रशेखर को SBI ने जो आंकड़े दिए हैं, उनके मुताबिक, 2018-19 से 2022-23 के बीच ये रकम फंसी है.
इस दौरान 1,13,603 खाताधारकों के समय पर EMI का भुगतान नहीं किया, जिससे ये होम लोन फंस गया है.
आरटीआई में बताया गया कि इस अवधि में SBI ने 45,168 खाताधारकों के 2,178 करोड़ के लोन को बट्टे खाते में डाले हैं.
2018-19 में 237 करोड़, 2019-20 में 192 करोड़, 2020-21 में 410 करोड़, 2021-22 में 642 करोड़ और 2022-23 में 697 करोड़ के लोन बट्टे खाते में डाले गए.
एक्सपर्ट्स की मानें तो किसी बैंक द्वारा फंसे कर्ज को बट्टे खाते में डालने के बावजूद कर्जदार रिपेमेंट के लिए उत्तरदायी बना रहता है.
Loan देने वाला बैंक बट्टे खाते में डाली गई इस रकम को वसूलने के लिए अपने स्तर पर कवायद जारी रखता है.