25 Aug 2024
By Business Team
केंद्र सरकार ने नेंशनल पेंशन स्कीम के समांतर नई योजना यूनिफाइड पेंशन स्कीम की शुरुआत की है.
सरकार ने ये योजना खासकर सरकारी कर्मचारियों के लिए पेश की है, जिसके तहत एक निश्चित पेंशन दी जाएगी.
यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के तहत अब सरकारी कर्मचारियों के योगदान पर निश्चित पेंशन दी जाएगी.
यह पेंशन 12 महीने की एवरेज बेसिक पे का 50 फीसदी होगा, जबकि NPS में निश्चित पेंशन का प्रावधान नहीं है. NPS के तहत खरीदी गई एन्युटी पर पेंशन दी जाएगी.
वहीं कर्मचारी के मौत के बाद एश्योर्ड फैमिली पेंशन भी दिया जाएगा, जो कर्मचारी के पेंशन का 60 फीसदी होगा. जबकि NPS में सेवा के दौरान मौत होने पर फैमिली पेंशन का प्रावधान है.
यूपीएस एक सुरक्षित पेंशन योजना है, जबकि NPS एक मार्केट लिंक योजना है, जिसमें निवेश पर शेयर बाजार का रिस्क रहता है.
NPS में वेतन से 10% (बेसिक+डीए) की कटौती होती है. वहीं UPS में भी 10 प्रतिशत अमाउंट कंट्रीब्यूट करना होता है. लेकिन सरकार की तरफ से UPS में 18.5 प्रतिशत का योगदान दिया जाएगा.
UPS में सरकारी कर्मचारी को 25 साल नौकरी के बाद फिक्स पेंशन के अलावा एकमुश्त राशि भी मिलेगी. महंगाई के हिसाब से ये पेंशन बढ़ेगी. NPS में बहुत कर्मचारियों को बहुत कम रुपये ही मिल रहे थे.
UPS में 10 साल की सेवा के बाद 10 हजार रुपये सुनिश्चित पेंशन मिलेगी. NPS में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है.
इन सभी चीजों को देखा जाए तो UPS, एनपीएस की तुलना में ज्यादा सही योजना लगती है. सोमनाथन कमेटी का भी कहना है कि UPS में 99 फीसदी तक सरकारी कर्मचारी शामिल हो सकते हैं.