9 August 2024
चीन अपनी सेना में उसकी नई एंटी-शिप क्रूज मिसाइल YJ-18 की मात्रा तेजी से बढ़ा रहा है. ताकि चीन स्थानीय मुश्किलों का सामना इसके जरिए आसानी से कर सके.
यह मिसाइल रूस की 3M-54E Club मिसाइल से प्रेरित है. भारत की ब्रह्मोस, रूस की ओनिक्स से भी इसकी तुलना की जाती है.
यह चीन की सेना में 2015 से शामिल है. चीन ने इसे टाइप-052डी डेस्ट्रॉयर और टाइप 055 डेस्ट्रॉयर के साथ ही शांग-2 क्लास न्यूक्लियर सबमरीन में भी लगाया है.
YJ-18 में YJ-62 मिसाइल की लंबी दूरी और YJ-12 मिसाइल की सुपरसोनिक स्पीड को शामिल करने की कोशिश की गई है.
इस मिसाइल में दो स्टेज हैं. पहला स्टेज है सबसोनिक टर्बोजेट इंजन वाला. इसके बाद टारगेट से मात्र 40 किलोमीटर की दूरी पर इसका सुपरसोनिक टर्मिनल स्टेज एक्टिव हो जाता है.
इस मिसाइल की असल रेंज 220 से 540 किलोमीटर है. एक मिसाइल में 140 से 300 किलोग्राम तक हथियार लगा सकते हैं. यह एक झटके में 4770 km/hr की स्पीड पकड़ लेती है.