26 Nov 2024
Credit: DRDO
भारत ने आर्मेनिया को पिनाका रॉकेट सिस्टम की पहली खेप भेज दी है. अब आर्मेनिया इस रॉकेट सिस्टम को अपनी सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात करेगा.
Credit: DRDO
इस रॉकेट सिस्टम को DRDO ने बनाया है. भारतीय स्वदेशी रक्षा उद्योग के लिए यह बेहद बड़ा मौका है. जब देश में बने किसी हथियार प्रणाली को दूसरा देश खरीद रहा है.
Credit: DRDO
पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट प्रणाली का सटीक हमला करने वाला संस्करण पूरी तरह से स्वदेशी हथियार प्रणाली है. इस रॉकेट का नाम भगवान शिव के धनुष 'पिनाक' के नाम पर रखा गया है.
Credit: DRDO
पिनाका रॉकेट सिस्टम 44 सेकेंड में 12 रॉकेट लॉन्च करती है. यानी करीब हर 4 सेकेंड में एक रॉकेट छूटता है. 214 कैलिबर के इस लॉन्चर से एक के बाद एक 12 पिनाका रॉकेट दागे जाते हैं.
Credit: DRDO
रॉकेट लॉन्चर की रेंज 7 KM के नजदीकी टारगेट से लेकर 90 KM दूर बैठे दुश्मन को नेस्तानाबूत कर सकता है. पिनाका रॉकेट की स्पीड 5757.70 KM/Hr है. यानी एक सेकेंड में 1.61 KM की गति से हमला करता है.
Credit: DRDO
रॉकेट लॉन्चर के तीन वैरिएंट्स हैं. MK-1 ये 45 KM, MK-2 लॉन्चर से 90 KM और MK-3 (निर्माणाधीन) लॉन्चर से 120 KM तक हमला कर सकते हैं.
Credit: DRDO
इस लॉन्चर से छोड़े जाने वाले पिनाका रॉकेट के ऊपर हाई एक्सप्लोसिव फ्रैगमेंटेशन (HMX), क्लस्टर बम, एंटी-पर्सनल, एंटी-टैंक और बारूदी सुरंग उड़ाने वाले हथियार लगाए जा सकते हैं.
Credit: DRDO